स्वच्छ हवा की दिशा में कदम: भोपाल और इंदौर मेट्रो निर्माण स्थलों पर धूल और वायु गुणवत्ता नियंत्रण के उपाय
भोपाल और इंदौर मेट्रो निर्माण परियोजनाएँ शहरी परिदृश्यों को बदलने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हालांकि, इन परियोजनाओं से वायु गुणवत्ता को बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है। एमपी मेट्रो में, हम पर्यावरणीय प्रभावों को कम करने और जन स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे सटीक योजनाओं और नवाचारों के माध्यम से, हम यह सुनिश्चित करते हैं कि हमारे निर्माण कार्य उच्चतम पर्यावरण मानकों के अनुरूप हों। धूल के स्रोत को समझना निर्माण स्थलों पर धूल के उत्पन्न होने के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं: खुदाई और मिट्टी हटाने की गतिविधियाँ। सामग्री का संभालना, उसका भंडारण और परिवहन। बैचिंग प्लांट्स में कंक्रीट निर्माण। बिना पक्की सड़कों पर वाहनों की आवाजाही। खुली कार्यस्थलों पर हवा के कारण कटाव। इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए, हमारा निर्माण पर्यावरण प्रबंधन योजना (CEMP) वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने और परिवेशीय वायु गुणवत्ता बनाए रखने की प्रक्रियाएँ प्रदान करता है। धूल नियंत्रण के उपाय: बहुआयामी दृष्टिकोण प्रभावी धूल नियंत्रण के लिए निवारक और सक्रिय दोनों उपायों का उपयोग आवश्यक ...