मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (MPMRCL) का लक्ष्य इंदौर में सार्वजनिक परिवहन में क्रांति लाना है। इसके फलस्वरूप मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन एक विश्व-स्तरीय मेट्रो रेल प्रणाली बनाने की दिशा में प्रयासरत है। जहां 30 किलोमीटर से अधिक लंबी मेट्रो रेल परियोजना निर्माणाधीन है, वहीं मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन गुणवत्ता के लिए सुरक्षित, कुशल और विश्वसनीय परिवहन बुनियादी ढांचा प्रदान करने वाली अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को निभाता है। मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक मजबूत गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली (क्यूएमएस) लागू की है, जो निर्माण और संचालन के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करती है। इस लेख में, हम मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन द्वारा इंदौर मेट्रो परियोजना में गुणवत्ता को सुनिश्चित करने वाले महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में विस्तार से बताएंगे।
सर्वश्रेष्ठ का चयन:
एक विश्व-स्तरीय मेट्रो के निर्माण के लिए सबसे पहले एक अनुभवी और हुनरमंद टीम की ज़रूरत होती है। इसके तहत मध्यप्रदेश मेट्रो ने मेट्रो रेल परियोजना निर्माण में बेहतरीन ट्रैक रिकॉर्ड रखने वाले अनुभवशील ठेकेदारों और एजेंसियों की नियुक्ति की है। इन ठेकेदारों ने भारत और विदेशों में कार्य करते हुए इस अनुभव को हासिल किया है। इससे यह बात सुनिश्चित होती है कि, परियोजना में अनुभव और कौशल का लाभ मिलेगा। इस आधार पर परियोजना के विभिन्न पहलुओं के लिए सही ठेकेदारों का चयन करने करके मध्यप्रदेश मेट्रो सुनिश्चित करता है कि, प्रत्येक निर्माण गतिविधियां उनकी विशेषज्ञता के साथ की जाए, जो अपने क्षेत्रों की जटिलताओं के बेहतर जानकर हैं।
प्री-टेंडरिंग और पोस्ट-टेंडरिंग चरण:
मेट्रो परियोजना का निर्माण में वायडक्ट और स्टेशन निर्माण से लेकर ट्रैक कार्य, सिग्नलिंग, टेलीकम्यूनिकेशन, और रोलिंग स्टॉक तक कई जटिल कार्य शामिल हैं। मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने इन कार्यों को दो चरणों में विभाजित करके व्यवस्थित किया है- प्री-टेंडरिंग और पोस्ट-टेंडरिंग
प्री-टेंडरिंग: इस चरण के दौरान, ठेकेदारों का चयन उनकी तकनीकी योग्यता और बोली की आवश्यकताओं के आधार पर सावधानीपूर्वक किया जाता है।
पोस्ट-टेंडरिंग: मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन सुनिश्चित करता है कि, प्रत्येक ठेकेदार के पास आवश्यक संसाधन हों। जिसमें अनुभवी मानव संसाधन, आधुनिक मशीनरी (पांच वर्ष से कम पुरानी), और उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री मौजूद हो। बता दें कि डिज़ाइन, आंकड़े, और विधि विवरण ठेकेदारों की ज़रूरत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। वहीं दूसरी ओर गुणवत्ता मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन द्वारा जांच की जाती है।
ज़रूरी गुणवत्ता जाँच:
परियोजना के हर चरण में गुणवत्ता बनाए रखना पहली प्राथमिकता है। मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन किसी भी गलती को समय पर पकड़ने के लिए, तीन-स्तरीय निरीक्षण और निगरानी प्रणाली पर काम करता है। यह प्रणाली पहली बार में ही सही परिणाम, दोबारा के लिए कार्य में कमी और गुणवत्ता मानकों का पालन सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाती है। मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन द्वारा किए गए ज़रूरी निरीक्षण और निगरानी प्रक्रियाएं यह सुनिश्चित करती हैं, कि निर्माण गतिविधियों की विशेषता को पूरा करें और उच्चतम गुणवत्ता मानकों का पालन करें।
उच्च ग्रेड के सामग्री पर जोर:
मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के अनुसार, मजबूत और स्थायी मेट्रो रेल प्रणाली बनाने के लिए उच्च ग्रेड की सामग्री का उपयोग करना बहुत आवश्यक है। बता दें कि M25 से M60 ग्रेड कंक्रीट का उपयोग वायडक्ट्स और स्टेशनों के निर्माण में किया जाता है, जो इनकी मजबूती सुनिश्चित करता है। वहीं उपयोग की जाने वाली सुदृढीकरण छड़ें 550 टीएमटी ग्रेड की हैं, जबकि रेलवे ओवर ब्रिज ओपन वेब गर्डर्स के लिए संरचनात्मक स्टील E250 से E410 ग्रेड तक का उपयोग होता है। इसके साथ मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन, विश्व स्तरीय सिग्नलिंग, दूरसंचार प्रौद्योगिकी (टेलीकम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी) और उच्चतम मानकों पर निर्मित रोलिंग स्टॉक को अपना रहा है। इसके अलावा ट्रैक के निर्माण के लिए 880-HH और 1080-HH रेल उपयोग किया जा रहा है।
लगातार सुधार और प्रशिक्षण:
मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लगातार सुधार की विचारधारा को मानता है। जिसके परिणामस्वरूप मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन द्वारा किसी भी गैर-अनुरूपता मुद्दों की पहचान करने और उनके सुधार के लिए नियमित तौर पर निर्माण कार्य पर निगरानी, गुणवत्ता ऑडिट और सुरक्षा ऑडिट आयोजित किए जाते हैं। इन उपायों के तहत यह सुनिश्चित किया जाता है कि, परियोजना में किसी तरह की गलती न हो और हर समय कड़े गुणवत्ता मानकों को पूरा किया जाए। इसके साथ ही मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन श्रमिकों और इंजीनियरों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है। इस प्रशिक्षण सत्र का लक्ष्य, कारीगरी में सुधार लाने, श्रमिकों को नवीनतम तकनीकों से अवगत कराने और परियोजना के गुणवत्ता उद्देश्यों को पूरा करने के लिए होता है।
निष्कर्ष:
मध्यप्रदेश मेट्रो रेल परियोजना का उद्देश्य केवल मेट्रो ट्रैक और स्टेशन का निर्माण करना नहीं है, बल्कि इंदौर को विश्व स्तरीय मेट्रो रेल प्रणाली प्रदान करना है। एक मजबूत गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली को सावधानीपूर्वक लागू करने के साथ मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन यह सुनिश्चित करता है कि, परियोजना का हर पहलू उच्चतम गुणवत्ता मानकों का पालन करे। सर्वोत्तम ठेकेदारों को चुनाव से लेकर कड़े निरीक्षण के साथ उच्च श्रेणी की सामग्रियों का उपयोग करने तक, मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन उत्कृष्टता की खोज में कोई कमी नहीं रखता है। मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन का गुणवत्ता को प्राथमिकता देने का उद्देश्य, एक सुरक्षित, कुशल, और विश्वसनीय मेट्रो रेल सिस्टम प्रदान करना है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए इंदौर के नागरिकों को बहुत लाभ पहुंचाएगा।
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